पांडेय जी बन गए प्रधानमंत्री: व्यंग्य – लालित्य ललित
हमारे यहाँ गाल बजाने की आदत है, जो बजा लेता है वह बाधाएं पार कर जाता है और जो नहीं
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Read moreसुधीजनों आज आप सब से एक जरूरी बात करनी है, पर उसकी भूमिका कुछ यूं बनती है। आप सब भी
Read moreउस रात मैं टीवी सीरियल महाभारत में कृष्ण -अर्जुन संवाद का एपीसोड देख सोया था। अचानक एक दिव्य वाणी सुनी,
Read moreहमारे पड़ोसी ने तरह तरह के कुत्ते पाल रखे हैं। फिल्म शोले में बसंती को कुत्ते के सामने नाचने से
Read moreबचपन में लुका-छिपी का खेल क्या खेल लिया, सारा जीवन ही तलाश में गुजर रहा है। किसी को नौकरी की
Read moreशहर में चोरियां बढ़ रही हैं। दुकानों के ताले और शटर टूट रहे हैं। छत से लेकर बाथरूम तक सेंधमारी
Read moreबाबा फरीद ने क्या खूब कहा है – वेख फरीदा मिट्टी खुल्ली,मिट्टी उत्ते मिट्टी डुली,मिट्टी हांसे, मिट्टी रोवे,अंत मिट्टी दा,
Read moreचिन्नीकविता व स्वर: अलका अग्रवाल, कवयित्री-कथाकार
Read moreघरकविता: हूबनाथ पांडे, विख्यात कविस्वर: अलका अग्रवाल, लेखिका-कवयित्री
Read moreमहामारीकविता: हूबनाथ पांडे, विख्यात कविस्वर: अलका अग्रवाल, लेखिका-कवयित्री
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