जूते की अभिलाषा: हास्य कविता
चाह नही मैं विश्व सुंदरी के, पग में पहना जाऊँ। चाह नही शादी में चोरी हो, प्यारी साली को ललचाऊँ।
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Read morePhoto Courtesy: netaq.ae
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