मुहावरे – लोकोक्तियां – कहावतें : ऊ

ऊँगली उठाना अर्थ: किसी के चरित्र, ईमानदारी पर शक करना या प्रश्न करना।

ऊँगली पकड़ कर पहुँचा पकड़ना अर्थ: थोड़े की जगह पूरा लेने की इच्छा रखना

ऊँगली पर नचाना अर्थ: अपने वश में कर लेना

ऊँच बिलैया ले गई, हाँ जी, हाँ जी करे अर्थ: जब बड़ा आदमी कोई असंभव बात भी कहे लेकिन दूसरा उसकी हामी भरे।

ऊँच-नीच अर्थ: भला-बुरा

ऊँच-नीच समझना अर्थ: भलाई-बुराई की समझ होना। लाभ-हानि समझाना।

ऊँचा सुनना अर्थ: कम सुनाई देना।

ऊँची दूकान फीका पकवान अर्थ: उपरी दिखावा करना। जहाँ बाहरी दिखावा अधिक हो और गुणकर्म बहुत ही कम हो। जिसका नाम बहुत हो लेकिन गुण कम हों। तड़क-भड़क में स्तरहीन चीजें खपाना। सज-धज बहुत, चीज खराब। सिर्फ बाहरी दिखावा। आडंबर ही आडंबर।

ऊँची फेंकना अर्थ: बहुत अधिक गप्प मारना

ऊँची साँस लेना अर्थ: शोक में डूबना

ऊँची-नीची सुनाना अर्थ: भला बुरा कहना

ऊँचे नीचे पैर पड़ना अर्थ: गलत कार्य होना,  गलत रास्ते पर जाना

ऊँट का सुई की नोक से निकलना अर्थ: एकदम असंभव काम। पूरी तरह असंभव होना।

ऊँट किस करवट बैठता है अर्थ: किसकी जीत होती है। संदह की स्थिति होना। परिणाम संदिग्ध होना।

ऊँट के गले बिल्ली बांधना अर्थ: बेमेल जोड़ी बनाना

ऊँट के मुँह में जीरा अर्थ: अत्यन्त अपर्याप्त। अधिक आवश्यकता वाले के लिए थोड़ा सामान। जरूरत से बहुत कम। बहुत अधिक खाने वाले को बहुत कम देना

ऊँट घोड़े बहे जाए, गधा कहे कितना पानी अर्थ: काम पूरी तरह खराब होना, फिर भी मूर्ख कहता रहे कि कुछ नहीं बिगड़ा।

ऊखल में सिर दिया तो मूसल से क्या डरना अर्थ: कोई उत्तरदायित्व लेने के बाद बाधाओं से नहीं डरना

ऊधो का लेना न माधो का देना अर्थ: किसी के तीन-पाँच में न रहना, स्वयं में लिप्त होना। जो अपने काम से काम रखे, किसी के झगड़े में न पड़े।

ऊपर की आमदनी अर्थ: इधर-उधर से फटकारी हुई नाजायज रकम। नियमित स्त्रोत के अतिरिक्त आय।

ऊपरी मन से करना अर्थ: दिखावे के लिए करना। बेमन से कहना। केवल दिखावे के लिए कुछ कहना। सच्चे हृदय से न कहना।

ऊलजलूल बकना अर्थ: भला बुरा कहना। अंट-शंट बोलना। बातें करना।

ऊसर में बीज बोना अर्थ: व्यर्थ कार्य करना

प्रिय पाठकों, हमारे देश में खूब लोकोक्तियां, मुहावरे, कहावतें इस्तेमाल होते हैं। वे आज भी किताबों तक नहीं पहुंचे हैं। हम कोशिश कर रहे हैं कि यह भंडार आप तक पहुंचाएं। आपको कोई लोकोक्ति, मुहावरा, कहावत याद आए, जो हम यहां न दे सके, तो आप कमेंट बॉक्स में लिख दें। हम उसे अकारादी क्रम में संग्रहित करते जाएंगे। हिंदी भाषा की जानकारी देते रहें, समृद्ध बनाते रहें।  – संपादक

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